ओवेरियन सिस्ट मीनिंग
ओवेरियन सिस्ट मीनिंग महिलाओं में एक आम समस्या है।ओवेरियन सिस्ट मीनिंग एक तरल पदार्थ से भरी हुई थैली है जो महिलाओं के एक या दोनों अण्डाशयों (ovaries) में बन सकता है | यह एक आम बीमारी है जो किसी भी महिला को हो सकती है और ज़्यादातर हानिकारक नहीं होता ओवेरियन सिस्ट यानि अंडाशय के ऊपर एक परत का बन जाना। कई मामलों में यह सिस्ट बिल्कुल सामान्य होती है लेकिन अगर यह परत सामान्य से अधिक मोटी है तो यह मासिक धर्म को प्रभावित करती है साथ ही गर्भावस्था के लिए भी खतरनाक है। कुछ स्थितियों में ओवेरियन सिस्ट कैंसर भी पैदा कर सकती हैं।

ओवेरियन सिस्ट के लक्षण
- दर्द के साथ पेट पर सूजन – पेट के निचले भाग में दर्द के साथ-साथ सूजन का होना, ओवेरियन सिस्ट का पहला गंभीर लक्षण है। यदि आप अक्सर ऐसा महसूस करती हैं, तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से जरूर संपर्क करें।
- अपचन और जलन – कई बार बहुत कम खाने के बावजूद आप अपना पेट भरा हुआ महसूस करती हैं, तो यह पेट पर पड़ने वाले दबाव के कारण है। इस स्थिति में आप अपचन संबंधी समस्याएं भी महसूस कर सकते हैं।
- कमर दर्द –ओवेरियन सिस्ट मे आपकी कमर पर भी दबाव पड़ता है जिसके कारण मासिक धर्म के समान कमर दर्द होना सामान्य हो जाता है।
- व्जाइना– ओवेरियन सिस्ट होने पर पेशाब करते समय दर्द या तकलीफ होने के साथ-साथ लगतार यूरिनेशन की समस्या हो सकती है।
- मासिक धर्म–ओवेरियन सिस्ट का मुख्य लक्षण लंबे समय तक मासिक धर्म समय पर न होना इस स्थिति में पेट के एकदम निचले भाग में तेज या हल्का दर्द भी हो सकता है।
- उल्टी आना – अंडाशय की ऊपरी झिल्ली का झरण नहीं होने पर कई बार उबकाई या ऊल्टी आने की स्थिति भी बन सकती है। इस समय तुरंत देखभाल एवं उपचार की जरुरत होती है ताकि इंफेक्शन न फैले।
- वजन बढ़ना – यदि बेहद कम समय में आपका वजन बहुत ज्यादा और तेजी से बढ़ रहा है, तो इसका कारण ओवेरियन सिस्ट भी हो सकता है। इस स्थिति को भांपकर तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
ओवेरियन सिस्ट के कारण
- फॉलिकल सिस्ट: महिलाओं में पीरियड्स के दौरान थैलीनुमा आकृति में बनने वाले अंडो को फॉलिकल कहा जाता है। ये थैली महिलाओं के अंडाशय के अंदर होती है, अधिकतर ये थैली फट जाती है और अंडे बाहर निकल जाते हैं, लेकिन जब ये थैली नहीं फटती है तब अंडाशय में मौजूद तरल पदार्थ सिस्ट या गांठ बना देता है।
- कॉपर्स ल्यूटियम सिस्ट: आमतौर पर ये फॉलिकल के निकलने के बाद खुद नष्ट हो जाते हैं, अगर ये नष्ट नहीं हो पाते हैं, तो इसमें जगह से ज्यादा तरल इकठ्ठा हो जाता है जो कॉपर्स ल्यूटियम सिस्ट बनने का कारण बन जाता है।
- पॉलिसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम – कुछ महिलाओं में पॉलिसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम भी हो जाता है। इसमें अंडाशय के अंदर कई सारे छोटे-छोटे सिस्ट या गांठ हो जाती है जिसके बढ़ने पर महिलाओं को बांझपन की समस्या का सामना करना पड़ता है।
ओवेरियन सिस्ट सर्जरी उपचार
- ओवरी सिस्ट (अंडाशय में गांठ) के इलाज से पहले इसकी पुष्टि के लिए सीटी स्कैन या अल्ट्रासांउड जरूर करवाएं।
- लेप्रोस्कोपी सर्जरी – अगर आपकी सिस्ट छोटी है तो इस थेरेपी के जरिए डाक्टर्स नाभि के पास एक छोटा सी चीरा लगाकर सिस्ट को बाहर निकाल लेते हैं।
- लैपरोटॉमी सर्जरी – अगर आपकी सिस्ट बड़ी है तो डॉक्टर्स उसे लैपरोटॉमी सर्जरी के जरिए नाभि के पास एक बड़ा चीरा लगाकर बाहर निकाल देते हैं। यही नही, अगर सिस्ट की वजह से गर्भाशय या अंडाशय में कैंसर फैलने का खतरा हो तो वो उन दोनों को भी शरीर से बाहर निकाल सकते हैं।
- ओवरी सिस्ट (अंडाशय में गांठ) के लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही दवाई लें।
ओवेरियन सिस्ट का आयुर्वेदिक इलाज
- सेंधा नमक-एक चम्मच सेंधा नमक को पानी से भरे गर्म पानी के टब में डालें। अब इस टब में 30मिनट के लिए अपने निचले भाग को डूबो कर रखे। ऐसा करने से दर्द में आराम मिलता है।
- गर्म सिकाई-ओवेरियन सिस्ट में गरम सिकाई करने से हमें रात मिलती है गर्म पानी की बोतल से अपने पेट के निचले हिस्से में 15 से 20 मिनट सिकाई करने से हमें आराम मिलता है
- हर्बल चाय- हर्बल चाय अंडाशय मे ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए बहुत लाभदायक है
- सेब का सिरका-सेब का सिरका का प्रयोग ओवेरियन सिस्ट में बहुत कारगर साबित होता है क्योंकि ओवेरियन सिस्ट पोटेशियम की कमी के कारण होता है इसलिए सेब के सिरके का प्रयोग करने से ये पोटेशियम की कमी को पूरा करता है और ओवेरियन सिस्ट को सिकुड़ने और कम करने में मदद करता है।
- अदरक- ओवेरियन सिस्ट में अदरक बहुत फायदेमंद है अदरक गर्म होने से शरीर में गर्माहट उत्पन्न करता है जिससे मासिक धर्म के दौरान होने वाली पीड़ा दूर हो जाती है।
- बादाम-बादाम सिस्ट के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसमें मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है जिससे ओवेरियन के दर्द से राहत मिलती है। इसलिए भुने हुए बादाम का सेवन करें।
- पानी-ओवेरियन सिस्ट से ग्रस्त महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए|
- अलसी- अलसी का सेवन करने से ओवेरी सिस्ट की समस्या दूर हो जाती है|
- चुकंदर-चुकंदर हमारे शरीर के सिस्टम से विषाक्त पदार्थों को साफ कर लीवर की क्षमता को बढ़ाता है|

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